पूर्वोत्तर के मिथुन को भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) से ‘खाद्य पशु’ टैग मिला।
मिथुन के बारे में: मिथुन या गयाल (बोस फ्रंटलिस) को भारतीय गौर या बाइसन का वंशज माना जाता है।यह अरुणाचल प्रदेश में न्यीशी, अपातानी, गैलो और आदि जैसी जनजातियों के सामाजिक-आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।यह पूर्वोत्तर भारत, बांग्लादेश, उत्तरी म्यांमार और युन्नान, चीन में वितरित किया जाता है।इसे ‘पहाड़ के मवेशी’ …